शराब पीकर मेरे अंदर का शैतान निकल आता था
शराब पीकर मेरे अंदर का शैतान निकल आता था
जावेद अख्तर बोले- मेरे अंदर गुस्सा और कड़वाहट छिपी हुई थी, 1991 में हमेशा के लिए छोड़ी शराब
प्रिया की रिपोर्ट फिल्म इंडस्ट्री में मशहूर डायलॉग राइटर और लिरिसिस्ट जावेद अख्तर के पियक्कड़पन के किस्से मशहूर हैं। जावेद ने खुद कई इंटरव्यूज में कबूला है कि वो हर रोज शराब की एक बोतल खत्म कर दिया करते थे। अब एक चैट शो में उन्होंने बताया है कि शराब पीकर उनके अंदर का शैतान बाहर आ जाता था।
हाल ही में बी ए मैन यार चैट शो में निखिल तनेजा को दिए एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने शराब पीने की वजह पर बात की है। उनसे पूछा गया था कि क्या वो अपने अंदर के जज्बात बाहर लाने के लिए शराब पिया करते थे। इस पर जावेद साहब ने जवाब दिया, ‘हां, मेरे अंदर कई छिपे हुए इमोशन्स थे। जिस गुस्से की आप बात करते हैं या जिस कड़वाहट की आप बात करते हैं, वो मेरे अंदर थी। यही वजह है कि अक्सर में शराब पीने के बाद एक बेहद आक्रामक इंसान बन जाता था, जो मैं आमतौर पर नहीं होता हूं, न मैं कभी था।’आगे जावेद साहब ने कहा है, ‘जब भी मैं नशे में नहीं होता था, तब मैं कभी आक्रामक नहीं होता था। जब मैं पीता था, तो मेरे अंदर एक दूसरा शैतान निकल आता था। मैंने अपनी जिंदगी में 2-4 अच्छे काम किए हैं। उनमें से एक ये है कि 31 जुलाई 1991 को मैंने आखिरी बार शराब पी और उसके बाद कभी शराब नहीं पी। मैंने कभी शैंपेन का एक घूंट तक नहीं लिया। लोग चीयर्स करके शराब होंठों पर लगा लेते हैं, लेकिन मैंने वो तक नहीं किया। मैंने शराब में अपने होंठ तक नहीं लगाए।’
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