अहमदाबाद में पतंगबाजी के लिए छतें किराए पर

अहमदाबाद में पतंगबाजी के लिए छतें किराए पर
साथ में फूड और पतंग-मांझा का पैकेज भी, कीमत 1-2 हजार तक
प्रिया की रिपोर्ट गुजराती अच्छे व्यापारी होते हैं, इसलिए कहा जाता है कि वो हर चीज में व्यापार ढूंढ ही लेते हैं। अब तो यह स्थिति है की, गुजराती त्योहार को मनाने के साथ उसकी ब्रांडिंग भी करते हैं और उससे बिजनस भी। कुछ ऐसी ही ब्रांडिंग का हिस्सा बनता है उत्तरायण जैसा बड़ा त्यौहार। इस त्यौहार के साथ ही गुजरात में शुरू हो जाता है पतंग टूरिज्म।

उत्तरायण पर्व पर पतंगोत्सव को पतंग टूरिज्म में परिवर्तित करके उसे बड़ा बिजनस बनाने का श्रेय पुराने अहमदाबाद में रहने वाले लोगों को जाता है जो मकरसंक्रांति के दौरान अपने घर की छत पर सेलिब्रेशन का बिजनस करते हैं। खाड़िया और रायपुर जैसे पुराने इलाकों के छोटे-छोटे गली या मोहल्लों में पतंग को लेकर दीवानगी ऐसी होती है कि आसमान रंग बिरंगी पतंगों से पट जाता है। पतंग पर ही बड़े-बड़े दांव लगते हैं और डीजे बाजों की थाप पर लोग सुबह से शाम तक झूमते रहते हैं। यही कारण है कि दूर-दूर से लोग पतंग उड़ाने के लिए यहां आना पसंद करते है।
क्या है काइट टूरिज्म
पुराने अहमदाबाद में 14 से 15 जनवरी तक पतंगोत्सव (उत्तरायण) की धूम रहती है। इसी सेलिब्रेशन में शामिल होने के लिए देश-विदेश में बसे गुजराती अहमदाबाद आते हैं। पतंग के शौकीनों में इन्हीं मोहल्लों की छत से पतंग उड़ाने का क्रेज रहता है। इसे देखते हुए यहां के स्थानीय निवासियों ने भी पतंग के दीवानों के लिए अपने घरों के दरवाजे खोल दिए हैं, हालांकि यह मुफ्त नहीं है इसके लिए बकायदा कीमत वसूली जाती है। यानी हर छत का किराया फिक्स है। अब जब छत पर पतंग उड़ेगी तो खाने-पीने का इंतजाम भी जरूरी है। इसके लिए बकायदा पैकेज बन गए हैं, जिसमें पांच-छह घंटे के लिए पतंग उड़ाने के लिए छत के साथ ही शुद्ध गुजराती व्यंजन परोसे जाते हैं।
क्या-क्या होता है पैकेज में
पुराने अहमदाबाद में पतंगोत्सव के सेलिब्रेशन के लिए पैकेज 1500 से शुरू होकर 2000 रुपये तक रहते हैं, जिसमें अनलिमिटेड गुजराती फूड और अनलिमिटेड पतंग-मांझा उपलब्ध कराया जाता है। पैकेज की शुरुआत होती है, सुबह की मसाला चाय से। उसके बाद ब्रेकफास्ट में गुजरात का शुद्ध भोजन जैसे तल सांकली, सिंग पाक और चवाणु दिया जाता है। उसके बाद छत पर ही मेहमानों को बेर, अमरूद और दूसरे फल भी दिए जाते हैं। लंच मे उंधीयू, जलेबी, पूरी और कचौड़ी की व्यवस्था रहती है।

सिखाए जाते हैं पतंग काटने के दांव पेंच
काइट टूरिज्म के पैकेज में सिर्फ टेरेस, पतंग, मांझा और भोजन ही नहीं मिलता आपको दूसरे वाले की पतंग कैसे काटनी है यह कलाकारी भी सिखाई जाती है। इसके लिए बकायदा कम उम्र के कुछ नौजवान छत पर हर समय पतंग उड़ाने वाले के गाइड के रूप में मौजूद रहते हैं।

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