श्रद्धालुओं की भीड़ हुई कम, फिर भी इतना चलना पड़ रहा पैदल
श्रद्धालुओं की भीड़ हुई कम, फिर भी इतना चलना पड़ रहा पैदल
महाकुंभ नगर में तीन प्रमुख स्नान पर्व समाप्त होने के बाद भी श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है
प्रिया की रिपोर्ट तीन मुख्य स्नान पर्व समाप्त हो चुके हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ भी कम हो रही है। इसके बावजूद स्नानार्थियों को कम से कम पांच किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। पुलिस-प्रशासन की ओर से दावा किया गया था श्रद्धालुओं को सामान्य दिनों में अधिकतम दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होगी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
बुधवार को मथुरा के विवेक तिवारी अपने परिवार, रिश्तेदार व परिचित सहित करीब 12 लोगों के साथ पैदल अलोपीबाग चुंगी तक पैदल पहुंचे। यहां से उन्हें पैदल ही संगम तक पहुंचना था, लेकिन आगे बढ़ते ही रोक दिया गया और कहा गया कि जीटी जवाहर होकर जाइए। इसी बीच बैरिकेड हटाकर हूटर बजाते दो वाहनों प्रवेश दे दिया गया।
वह विरोध जताने का प्रयास करते इससे पहले ही हाथ में डंडा लिए सिपाही ने दोबारा इशारा करके आगे जाने को कहा। वह किसी तरह मेला क्षेत्र में प्रवेश कर गए तो काली सड़क की स्थिति एकल मार्ग जैसी नहीं दिखी। इस मार्ग से लोग आते और जाते दिखाई दिए। चौंकाने वाली बात यह है कि मेला क्षेत्र में सेक्टर एक स्थित पार्किंग पूरी तरह से खाली चल रही है, इसके बावजूद दो पहिया वाहनों को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इससे शहर के लोग संगम में स्नान करने से हिचक रहे हैं।
केवल पास वाले वाहनों की इंट्री
वसंत पंचमी का स्नान पर्व के साथ ही मेला क्षेत्र से नो व्हीकल जोन भी समाप्त कर दिया गया है। हालांकि महाकुंभ मेला क्षेत्र में केवल पास वाले वाहनों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। कुछ चौराहों और प्रमुख मार्गों पर पास लगे वाहनों को भी सुरक्षाकर्मी आगे बढ़ने से रोक रहे हैं। सवाल करने पर अभद्रता करते हैं। त्रिवेणी मार्ग पर बांध से ऊपर जाने के दाैरान बुधवार को पुलिसकर्मियों से नोंकझोंक हुई।
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