राहुल जी 0 चेक कर लीजिए… जब लोकसभा में अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर छोड़ा ‘चुभता तीर

राहुल जी 0 चेक कर लीजिए… जब लोकसभा में अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर छोड़ा ‘चुभता तीर
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने बीते कई चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन की भी याद दिलाई.
पूनम की रिपोर्ट बजट सत्र के दौरान सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संसद में राहुल गांधी का नाम लेते हुए एक पैंपलेट दिखाया. उन्होंने इस पैंपलेट को दिखाते हुए कहा कि राहुल जी जीरो चेक कर लीजिए. अनुराग ठाकुर ने जो पैंपलेट सदन में दिखाया उसमें 1200000 तक इनकम टैक्स पर 0 टैक्स लिखा हुआ है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक जीरो और भी है. ये कांग्रेस की सीटों की बात नहीं है. ये जीरो गिनने की बात मैं राहुल गांधी से कही है.अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि मैं आपके सामने पूछना चाहता हूं सन 2014 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की जनता ने कांग्रेस को कितनी सीटें दी, सदन में बैठे सत्ता पक्ष के सांसदों ने कहा कि 0, 2019 के लोकसभा में कितनी सीटें दी, सत्ता पक्ष के सांसदों ने कहा 0, 2020 के विधानसभा में कितनी सीटें दी 0, 2024 के लोकसभा में कितनी सीटें दीं सत्ता पक्ष के सांसदों ने कहा 0, 2025 के विधानसभा में कितनी सीटें दी 0, अगर ये जीरो का रिकॉर्ड बनाने का काम किसी ने किया है तो वो राहुल गांधी के नेतृत्व में राहुल गांधी ने किया है. आपको बता दें कि बजट सत्र के दौरान ही कुछ दिन पहले प्रधानंत्री मोदी ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा था. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि हमने पिछले पांच दशकों से केवल गरीबी हटाने के नारे सुने हैं. लेकिन हमने गरीबों को सिर्फ नारे नहीं दिए, बल्कि सच्चा विकास दिया है. हमारी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाल है.जब जमीन से जुड़े लोग, जमीन की सच्चाई को जानते हुए, जमीन पर जीवन खपाते हैं, तब जमीन पर बदलाव निश्चित होकर रहता है.

पीएम मोदी ने आगे कहा था कि हमने गरीब को झूठे वादे नारे नहीं, हमने सच्चे विकास दिया है. गरीब का दुख, आम आदमी की तकलीफ, मीडिल क्लास के सपने ऐसे ही नहीं समझे जाते हैं, इसके लिए जज्बा चाहिए. मुझे दुख के साथ कहना है कुछ लोगों में यह है ही नहीं. बारिश के दिनों में कच्ची छत, उसकी प्लास्टिक की चादर वाली छत, उससे नीचे जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है. पल-पल सपने रौंद दिए जाते हैं, ऐसे पल होते हैं. यह हर कोई नहीं समझ सकता है.

खबरे और भी है
राष्ट्रपति ने महाकुंभ में डुबकी लगाई:सूर्य को अर्घ्य दिया,




Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *